टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) ने हाल ही में एक प्रेस रिलीज़ में जानकारी दी कि छत्रपति संभाजीनगर में बनने वाला यह ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट कंपनी की भविष्य की योजनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस प्लांट के जरिए टोयोटा की इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी, जो भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक नई दिशा देगी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सराहना
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि यह मराठवाड़ा क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि इस निवेश के जरिए राज्य और पूरे देश में मोटर वाहन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने इस ऐतिहासिक करार को मराठवाड़ा के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।
कर्नाटक में मौजूदा प्लांट्स
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर का मुख्यालय कर्नाटक में स्थित है, जहां बेंगलुरु के पास कंपनी के दो बड़े प्लांट पहले से काम कर रहे हैं। इन प्लांट्स में कंपनी की प्रसिद्ध कारों जैसे टोयोटा फॉर्च्यूनर, इनॉवा क्रिस्टा, और हाइराइडर का निर्माण होता है। कर्नाटक में टोयोटा ने अब तक 16,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है और यहां लगभग 86,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान किया है।
नए प्लांट के लक्ष्य और रोजगार
नए प्लांट से कंपनी का लक्ष्य प्रति वर्ष 4 लाख कारों का उत्पादन करना है। इस परियोजना के तहत 20,000 लोगों को रोजगार मिलेंगे, जिसमें 8,000 प्रत्यक्ष और 12,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां शामिल हैं। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया पर इस निवेश की तारीफ करते हुए लिखा कि यह महाराष्ट्र को ऑटोमोबाइल क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा और मराठवाड़ा के लिए एक शानदार अवसर प्रदान करेगा।
कर्नाटक में नया प्लांट
इसके अलावा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कर्नाटक में एक और नया प्लांट लगाने की योजना भी बना रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस तीसरे प्लांट में 2026 तक वाहनों का उत्पादन शुरू हो सकेगा, जिससे कंपनी की उत्पादन क्षमता और बढ़ जाएगी।