ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम देश में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक अस्थिरता के बीच उठाया गया है। हसीना के इस निर्णय से देश की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल मच गया है।
इस्तीफे के पीछे का कारण
शेख हसीना के इस्तीफे के पीछे मुख्य कारण देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन बताए जा रहे हैं। जनता की बढ़ती असंतोष और सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से स्थिति काफी गंभीर हो चुकी थी। देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी नीतियों का विरोध किया।
भारत आने की संभावना
सूत्रों के अनुसार, शेख हसीना अब भारत आने की योजना बना रही हैं। यह खबर सामने आने के बाद से भारत और बांग्लादेश के बीच के संबंधों पर भी चर्चा हो रही है। हसीना के भारत आने की संभावना से दोनों देशों के राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आ सकता है।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने अभी तक शेख हसीना के भारत आने पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अगर हसीना भारत आती हैं तो उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
राजनीतिक अस्थिरता
बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को भारी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। विपक्षी पार्टियों ने हसीना सरकार पर भ्रष्टाचार और अधिनायकवाद के आरोप लगाए हैं। इस राजनीतिक अस्थिरता के चलते बांग्लादेश की जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि शेख हसीना का इस्तीफा बांग्लादेश की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है। इससे देश की जनता को राहत मिल सकती है और राजनीतिक स्थिरता की संभावना बढ़ सकती है।