International Nurses Day 2025: छोटे शहरों में नर्स बनना आसान, सैलरी और सुविधाएं भी अच्छी!

International Nurses Day 2025: छोटे शहरों में नर्स बनना आसान, सैलरी और सुविधाएं भी अच्छी!

आज 12 मई 2025 है, और आज पूरी दुनिया में इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाया जा रहा है। ये दिन उन नर्सों को सम्मान देने का है, जो हमारी जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात मेहनत करती हैं।

खासकर छोटे शहरों और गांवों में नर्सें बहुत बड़ी जिम्मेदारी निभाती हैं। लेकिन सवाल ये है कि छोटे शहरों में नर्सों की सैलरी और सुविधाएं कैसी हैं? और अगर आप नर्स बनना चाहते हैं, तो कम पैसे में कैसे पढ़ाई करें? आइए, आसान भाषा में समझते हैं।

International Nurses Day 2025

छोटे शहरों में नर्सों की सैलरी और सुविधाएं

छोटे शहरों में नर्सें ज्यादातर सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में काम करती हैं। अगर आप नई-नई नर्स बनी हैं, तो छोटे शहरों में आपकी सैलरी हर महीने 15,000 से 25,000 रुपये तक हो सकती है।

जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता है, सैलरी भी बढ़ती जाती है। मिसाल के लिए, 5 साल काम करने के बाद आपकी सैलरी 30,000 रुपये तक हो सकती है।

सुविधाओं की बात करें, तो सरकारी अस्पतालों में नर्सों को पेंशन, मेडिकल इंश्योरेंस, और छुट्टियां मिलती हैं। हाल ही में 2025 में सरकार ने छोटे शहरों के अस्पतालों में 10,000 नई नर्सों की भर्ती का ऐलान किया है, और उनकी सैलरी में 10% की बढ़ोतरी भी की है।

लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में सुविधाएं कम होती हैं। कई बार वहां नर्सों को लंबे समय तक काम करना पड़ता है, और छुट्टियां भी कम मिलती हैं।

एक बड़ी दिक्कत ये है कि छोटे शहरों में अस्पतालों में डॉक्टर कम होते हैं। ऐसे में नर्सों को ज्यादा जिम्मेदारी लेनी पड़ती है। कई बार उन्हें रात को ड्यूटी के बाद पैदल घर जाना पड़ता है, क्योंकि बस या ऑटो नहीं मिलते। सरकार को उनकी सुरक्षा और सुविधाओं पर और ध्यान देना चाहिए।

छोटे शहरों में कम पैसे में नर्सिंग की पढ़ाई कैसे करें?

अगर आप छोटे शहर से हैं और नर्स बनना चाहते हैं, तो ये बिल्कुल मुमकिन है। नर्सिंग की पढ़ाई के लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। ये हैं कुछ आसान रास्ते:

  1. ANM कोर्स (2 साल का):
    ये कोर्स करने के लिए आपको 12वीं पास होना चाहिए। छोटे शहरों में सरकारी कॉलेजों में इसकी फीस 20,000 से 40,000 रुपये तक होती है। ये कोर्स करने के बाद आप गांव-कस्बों में नर्स का काम शुरू कर सकते हैं।
  2. GNM कोर्स (3.5 साल का):
    ये कोर्स थोड़ा बड़ा है और इसके बाद आप बड़े अस्पतालों में नौकरी पा सकते हैं। सरकारी कॉलेजों में इसकी फीस 30,000 से 60,000 रुपये तक है। कई जगह स्कॉलरशिप भी मिलती है, जिससे फीस और कम हो जाती है।
  3. B.Sc नर्सिंग (4 साल का):
    अगर आप ज्यादा पढ़ाई करना चाहते हैं, तो B.Sc नर्सिंग कर सकते हैं। छोटे शहरों के सरकारी कॉलेजों में इसकी फीस 50,000 से 1 लाख रुपये तक है। प्राइवेट कॉलेजों में ये 2 लाख तक जा सकती है। लेकिन सरकारी कॉलेज में पढ़ाई सस्ती और अच्छी होती है।

कहां से करें पढ़ाई?

छोटे शहरों में कई सरकारी नर्सिंग स्कूल हैं। मिसाल के लिए, उत्तर प्रदेश में आजमगढ़, बिहार में भागलपुर, या मध्य प्रदेश में रतलाम जैसे शहरों में नर्सिंग कॉलेज हैं। वहां फीस कम है, और पढ़ाई भी अच्छी होती है। कुछ कॉलेज में आपको हॉस्टल भी मिल जाता है, ताकि बाहर से आने वाले छात्रों को दिक्कत न हो।

पढ़ाई के बाद नौकरी कैसे मिलेगी?

पढ़ाई पूरी करने के बाद आप अपने शहर के सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बिहार में हाल ही में 2025 में स्टाफ नर्स की बड़ी भर्ती निकली है, जिसमें हजारों नौकरियां हैं। इसके अलावा, आप डिस्पेंसरी या छोटे क्लिनिक में भी काम शुरू कर सकते हैं। अगर आप मेहनत करें, तो बाद में बड़े शहरों में भी नौकरी पा सकते हैं, जहां सैलरी ज्यादा होती है।

नर्स बनने के फायदे

  • छोटे शहरों में नर्स की बहुत जरूरत है, तो नौकरी आसानी से मिल जाती है।
  • आप अपने गांव-शहर में रहकर लोगों की मदद कर सकते हैं।
  • सैलरी अच्छी होती है, और आप अपने परिवार की भी मदद कर सकते हैं।
  • समाज में सम्मान मिलता है, क्योंकि आप लोगों की जिंदगी बचाते हैं।

नर्सेस डे पर एक संदेश

आज नर्सेस डे पर हमें अपनी नर्सों को धन्यवाद कहना चाहिए। छोटे शहरों की नर्सें दिन-रात मेहनत करती हैं, फिर भी उन्हें पूरा सम्मान नहीं मिलता। हमें उनकी मेहनत को समझना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए। अगर आपके आसपास कोई नर्स है, तो उन्हें आज एक छोटा सा धन्यवाद जरूर कहें।

अगर आप नर्स बनना चाहते हैं, तो हिम्मत रखें। पढ़ाई आसान है, और छोटे शहरों में कम पैसे में भी ये सपना पूरा हो सकता है। नर्स बनकर आप न सिर्फ अपनी जिंदगी बेहतर बना सकते हैं, बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकते हैं।

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